वैसे तो देशभर के साधु संत कई प्रकार के जप-तप करते हैं. कोई धूना तपस्या करते हैं तो कई अन्न जल त्याग देते हैं. साधुओं को विशेष और कठिन परिस्थितियों से होकर गुजरना पड़ता है. ऐसे ही कोटा में एक महात्मा है जो की 24 घंटे खड़े रहकर तपस्या करते हैं.