वैक्सीन के मामले में अक्सर देखा जाता है कि उसे बांह की मांसपेशियों में ही लगाया जाता है. इसके पीछे सुविधा एक वजह तो साफ दिखाई देती ही है. लेकिन शरीर विज्ञान के लिहाज से यह स्थान शरीर के प्रतिरोध तंत्र की कारगरता के लिहाज से बहुत जी अधिक मुफीद होता है. इससे शरीर को वैक्सीन के एंटीजन पहचान करने और प्रतिक्रिया करने में आसानी और तेजी होती है.